मंगलवार 11 फ़रवरी 2025 - 21:59
धार्मिक शैक्षिक सम्मेलन ने जौनपुर शहर की हवा को मोअत्तर कर दिया

हौज़ा / धार्मिक शैक्षिक सम्मेलन ने शहर जौनपुर की हवा को मोअत्तर कर दिया। जौनपुर के इमाम जैफ़र सादिक़ (अ) स्कूल, सदर इमाम बारगाह में तंज़ीम अल-मकातिब के तत्वाधान में एक भव्य धार्मिक शैक्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया।

हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जौनपुर में इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) स्कूल, सदर इमाम बारगाह में तंज़ीम अल-मकातिब द्वारा एक महान धार्मिक शैक्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में शहर और आस-पास के इलाकों के उलेमाओं और शायरों के साथ-साथ शहर और आस-पास के मुसलमानों और सम्मानित व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन में इमामिया स्कूल के बच्चों और लड़कियों ने अपनी आकर्षक शैक्षिक प्रस्तुतियों के माध्यम से धर्म का संदेश दिया।

सम्मेलन की पहली सत्र की संचालन की जिम्मेदारी मौलाना सय्यद हैदर अब्बास साहब ने निभाई, जो तंज़ीम अल-मकातिब के प्रतिभाशाली विद्वानो में से एक हैं। इसके बाद, हाफिज ज़मन (इमाम सादिक स्कूल के छात्र) ने कुरआन की तिलावत की। तिलावत के बाद, जनाब जनाब मौलाना गुलाम महदी मौल्लाई साहब ने नात पेश किया।

नात के बाद, इमामिया स्कूल के बच्चों ने हिजाब और बेहिजाबी पर संवाद प्रस्तुत किया। फिर, इमामिया स्कूल की छात्राओं ने शिक्षा पर कविता प्रस्तुत की। इसके बाद, बच्चों ने कुरआन और उसकी अहमियत पर बेहतरीन संवाद प्रस्तुत किया, जिसे उनके शिक्षक मौलाना सय्यद आबिद हैदर साहब को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इसके बाद एक छात्र ने 'मअरफतुल्लाह' (ईश्वर की पहचान) विषय पर दुआएं अर्फा की रोशनी में भाषण दिया। इस भाषण के आधार पर उनके शिक्षक मौलवी मीसम रामपुरी साहब को तंज़ीम अल-मकातिब के सचिव द्वारा विशेष पुरस्कार दिया गया। प्रसिद्ध शायर जनाब माइल चंदोली ने बेहतरीन शेर प्रस्तुत किए, जिनकी मुनासिब सराहना की गई। फिर, मौलाना सय्यद हुसैन जफ़र वहब साहब ने कम समय में बेहतरीन भाषण दिया। अंत में, प्रसिद्ध आलिमे दीन मौलाना सय्यद जुल्फिक़ार हैदर साहब ने हक और फराइज (अधिकार और कर्तव्यों) पर शानदार प्रवचन दिया।

दूसरे सत्र की शुरुआत कुरआन की तिलावत से हुई, जो क़ारी फ़जल अब्बास (इमाम जैफर सादिक स्कूल के छात्र) द्वारा की गई। इसके बाद, जनाब माइल चंदोली ने नात प्रस्तुत की। फिर, इमामिया स्कूल भादोई के बच्चों ने जनाब अबू ज़र ग़फ़्फारी के जीवन पर भाषण प्रस्तुत किया।

इस सम्मेलन की तीसरी सत्र की शुरुआत भी कुरआन की तिलावत से हुई, जो मौलाना अज़ादार अब्बास खान द्वारा की गई। इसके बाद, जनाब गोहर सुल्तानपुरी साहब ने नात प्रस्तुत की। फिर, इमामिया स्कूल अमलो (अज़मगढ़) के बच्चों ने धर्म की शिक्षा पर संवाद प्रस्तुत किया।

सम्मेलन में कई अन्य धार्मिक और शैक्षिक कार्यवाहियां भी हुईं, जैसे बच्चों द्वारा धार्मिक मुद्दों पर भाषण और कविताएँ, जिनकी सराहना की गई। इस सम्मेलन में मौलाना सैयद जुल्फिकर हैदर, मौलाना सैयद सफी हैदर, मौलाना सैयद शबीह हुसैन, मौलाना सैयद सफदर हुसैन जैदी, मौलाना हसन महदी, मौलाना सरफराज हुसैन, मौलाना सैयद सुलतान हुसैन रिजवी, और अन्य सम्मानित व्यक्तित्वों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अपने विचार साझा किए।

इस सम्मेलन का आयोजन निश्चित ही ईश्वर की कृपा से संभव हुआ। तंज़ीम अल-मकातिब के अधिकारियों ने इस सम्मेलन की सफलता में भाग लेने वाले सभी व्यक्तियों का धन्यवाद किया। यह कार्यक्रम विभिन्न यूट्यूब चैनल्स पर लाइव प्रसारित हुआ, जिसे हजारों लोगों ने देखा और सुना।

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